नौकरी पाने के आसान उपाय Naukri Pane Ke Aasan Upay

क्या आप भी नौकरी की तलाश में है? क्या आप अपनी वर्तमान नौकरी से खुश नहीं है? क्या आप नौकरी बदलना चाहते हैं?

बजरंग बली का फोटो जिसमें उनका उड़ता हुआ चित्र हो घर में रखना चाहिए और उसकी पूजा करना चाहिए।
अगर आपके लाख प्रयत्न करने के बाद भी आप अभी तक बेरोजगार हैं और आपमें ही भावना घर कर गई है तो यह करें-एक बिना दाग वाला पीला नींबू लें, उसके चार बराबर टुकड़े कर लें. जब दिन ढल जाये तब चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में उन्हे एक-एक फेंक दें और बिना पीछे मुड़े देखे घर आ जायें. आपको शीध्र ही लाभ होगा. यह प्रयोग सात दिन लगातार करें. आपका काम शीध्र बनेगा व आपको रोजगार मिलेगा.
रोज सुबह पक्षियों को सात प्रकार के अनाजों को एकसाथ मिलाकर खिलाएं और मंदिर में दर्शन करें।
एक नींबू के ऊपर चार लौंग गाड़ दें और ‘ॐ श्री हनुमते नम:’ मंत्र का 108 बार जप करके नींबू को अपने साथ लेकर जाएं। आपका काम अवश्य बन जाएगा।
नौकरी न मिल रही हो तो मन्दिर में बारह फल चढ़ाएं। यह उपाय नियमित रूप से करें और इश्वर से नौकरी मिलने की प्रार्थना करें
इंटरव्यू देने जाते समय यदि रास्ते में कोई गाय नजर आ जाए तो उसे आटा-गुड़ खिला कर जाएं
पीतल के लोटे में गंगा जल भरकर ‘चांदी’ व सोने की धातुए डालकर सिर से ऊपर के स्थान पर NORTH+ EAST (ईषान) स्थान पर रखें। तथा ‘ऊँ गंगाधराय नम:’ मंत्र को 11 बार बोलें। ऊपरी बाधायें दूर होती है धन की वृद्धि होती है। नौकरी के अवसर मिलते है व्यापार में लाभ होता है।.

काम के लिए
• हल्दी की ७ साबुत गांठें, ७ गुड़ की डलियां, एक रुपये का सिक्का किसी पीले कपड़े में बांध कर, रेलवे लाइन के पार फेंक दें। फेंकते समय कहें काम दे, तो काम होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।

पति या प्रेमी को वश में करने का टोटका Pati Aur Premi Ko Vash Me Karne Ka Totka

अगर पति या प्रेमी का पत्नी या प्रेमिका के प्रति प्यार कम हो गया हो तो श्री कृष्ण का स्मरण कर तीन इलायची अपने बदन से स्पर्श करती हुई शुक्रवार के दिन छुपा कर रखें। जैसे अगर साड़ी पहनतीं हैं तो अपने पल्लू में बांध कर उसे रखा जा सकता है और अन्य लिबास पहनती हैं तो रूमाल में रखा जा सकता है।
शनिवार की सुबह वह इलायची पीस कर किसी भी व्यंजन में मिलाकर पति या प्रेमी को खिला दें। मात्र तीन शुक्रवार में स्पष्ट फर्क नजर आएगा।

पति की रूचि पत्नी में कम हो गयी हो तो दोनों साथ भोजन करें और भोजन के समय चुपके से पत्नी पति के खाने में अपनी थाली से थोड़ा भोजन रख दे। इससे पति फिर से पत्नी में रूचि लेने लगता है।

पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम के लिए करें यह काम
ज्योतिषशास्त्र में कुण्डली के सातवें घर को विवाह एवं वैवाहिक सुख का स्थान माना गया है। जिनकी कुण्डली में इस घर में राहु होता है उनके वैवाहिक जीवन में कठिनाई आने की संभावना रहती है।

ऐसे व्यक्तियों को 40 दिनों तक बादाम या नारियल बहते पानी में प्रवाहित करना चाहिए। इससे पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम और तालमेल बना रहता है।
जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस गये हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हों, लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूल बनाया जा सकता है।
गुरुवार अथवा शुक्रवार की रात्रि में या पीरियड के समय में रात्रि १२ बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लें और उसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपके पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह आपकी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय करने से अधिक कारगर सिद्ध होगा।

होली जलते समय तीन अभिमंत्रित गोमती चक्र लेकर उस महिला का नाम लेकर थोडा सिन्दूर लगाकर होली की अग्नि में फैंक दें|पति का उस महिला से पीछा छूट जायेगा|

जब आपको लगे की आपके पति किसी महिला के पास से आरहें हैं तो आप किसी भी बहाने से अपने पति का आंतरिक वस्त्र लेकर उसमे आग लगा दें और राख को किसी चौराहे पर फैंक कर पैरों से रगड़ कर वापिस आजाएं.

शुक्ल पक्ष के रविवार को ५ लौंग शरीर में ऐसे स्थान पर रखें जहां पसीना आता हो व इसे सुखाकर चूर्ण बनाकर दूध, चाय में डालकर जिस किसी को पिला दी जाए तो वह वश में हो जाता है।

सवा पाव मेहंदी के तीन पैकेट (लगभग सौ ग्राम प्रति पैकेट) बनाएं और तीनों पैकेट लेकर काली मंदिर या शस्त्र धारण किए हुए किसी देवी की मूर्ति वाले मंदिर में जाएं। वहां दक्षिणा, पत्र, पुष्प, फल, मिठाई, सिंदूर तथा वस्त्र के साथ मेहंदी के उक्त तीनों पैकेट चढ़ा दें। फिर भगवती से कष्ट निवारण की प्रार्थना करें और एक फल तथा मेहंदी के दो पैकेट वापस लेकर कुछ धन के साथ किसी भिखारिन या अपने घर के आसपास सफाई करने वाली को दें। फिर उससे मेहंदी का एक पैकेट वापस ले लें और उसे घोलकर पीड़ित महिला के हाथों एवं पैरों में लगा दें। पीड़िता की पीड़ा मेहंदी के रंग उतरने के साथ-साथ धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी।
यदि चाहते हुए वैवाहिक सुख नहीं मिल पा रहा है, हमेशा पति-पत्नि में किसी बात को लेकर अनबन रहती हो तो किसी भी शुक्रवार के दिन यह उपाय करें। मिट्टी का पात्र ले जिसमें सवा किलो मशरूम आ जाएं। मशरूम डालकर अपने सामने रख दें। पति-पत्नि दोनों ही महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला जाप करें। तत्पश्चात इस पात्र को मां भगवती के श्री चरणों में चुपचाप रखकर आ जाए। ऐसा करने से मां भगवती की कृपा से आपका दांपत्य जीवन सदा सुखी रहेगा।
यह प्रयोग शुक्ल में पक्ष करना चाहिए ! एक पान का पत्ता लें ! उस पर चंदन और केसर का पाऊडर मिला कर रखें ! फिर दुर्गा माता जी की फोटो के सामने बैठ कर दुर्गा स्तुति में से चँडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक करें ! पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, का तिलक अपने माथे पर लगायें ! और फिर तिलक लगा कर पति के सामने जांय ! यदि पति वहां पर न हों तो उनकी फोटो के सामने जांय ! पान का पता रोज़ नया लें जो कि साबुत हो कहीं से कटा फटा न हो ! रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें ! 43 दिन के बाद उन पान के पत्तों को जल प्रवाह कर दें ! शीघ्र समस्या का समाधान होगा !

झाड़ू की दो सींको को उल्टा – सीधा रखकर नीले धागे से बांधकर घर के दक्षिण – पश्चिम में रखने से दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |

अगर आपके पति किसी अन्य स्त्री पर आसक्त हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि करते हैं। तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत कारगर है, प्रत्येक रविवार को अपने घर तथा शयनकक्ष में गूगल की धूनी दें। धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाएं। श्रद्धा-विश्वास के साथ करने से निश्चिय ही आपको लाभ मिलेगा।

सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है

 

पति के किसी अन्य महिला से सम्बन्ध
आपको यदि शक हो की आपके पति के किसी अन्य महिला से सम्बन्ध हैं तो आप इसके लिए रात में थोडा कपूर अवश्य जलाया करें इससे यदि सम्बन्ध होंगे तो छूट जायेंगे|
रविवार की रात में सोते समय कुछ सिन्दूर बिस्तर पर पति के सोने वाले हिस्से की और बिखरा दें तथा प्रात: नहा कर माँ पार्वती का नाम लेकर उससे अपनी मांग भर लें|
जिस महिला से आपके पति का संपर्क है उसके नाम के अक्षर के बराबर मखाने लेकर प्रत्येक मखाने पर उसके नाम का अक्षर लिख दें|उस औरत से पति का छुटकारा पाने की ईशवर से प्रार्थना करते हुए उन सारे मखानो को जला दें तथा किसी भी प्रकार से उसकी काली भभूत को पति के पैर के नीचे आने की व्यवस्था करें
किसी अन्य महिला के पीछे आपके पति यदि आपका अपमान करते हैं तो किसी भी गुरूवार को तीन सो ग्राम बेसन के लड्डू ,आटेके दो पेड़े,तीन केले व इतनी ही चने की गीली दाल लेकर किसी गाय को खिलाये जो अपने बछड़े को दूध पिला रही हो|उसे खिला कर यह निवेदन करें की हे माँ,मैंने आपके बच्चे को फल दिया आप मेरे बच्चे को फल देना|कुछ ही दिन में आपके पति रस्ते में आ जायेंगे|
महागौरी बरसायेंगी प्यार ही प्यार :-
उपाय (१):- नवमी के दिन स्वेतार्क यानि सफ़ेद मदार का पौधा लाकर घर में लगायें | दिवाली के दिन पौधे की पूजा करें | सफ़ेद मदार के पौधे की पूजा से आपको जरुर लाभ होगा | पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ेगा |
उपाय (२):-
अखण्ड सौभाग्य और दाम्पत्य प्रेम बढ़ाने का उपाय सरल है | घर की मालकिन तुलसी का पौधा लाकर, अपने हाथ से सवा दो हाँथ ऊंचाई पर लगायें | इस तुलसी के पौधे के नीचे कृष्णपक्ष की अष्टमी से चतुर्दशी तक दीपक जरुर जलायें | तुलसी जी को सिन्दूर चढायें | नित्य जल दें | अखण्ड सौभाग्य प्राप्त होगा और दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (३):- प्रेम पूर्ण संबंधों के लिये उपाय करें | दो जमुनिया रत्न लेकर उन्हें गंगाजल में डूबा दें | हर शनिवार को इस गंगा जल को घर में छिड़काव करें | प्रेम सम्बन्ध मधुर होंगे |
उपाय (४) :- आपसी प्रेम और हार्मोनी के लिये उपाय करें | पति पत्नी रात को सोते समय कपूर और लाल सिंदूर तकिये के नीचे रखकर सोयें | कपूर को सुबह जला दें और सिंदूर को पूरे घर में छिड़क दें | आपसी प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (५) :- हाथी के पैर के नीचे की मिट्टी लेकर उसकी छह गोलियां बना लें | ध्यान रखें उन गोलियों को धूप में नहीं बल्कि छाया में सुखा लें | इन्हें मिट्टी के एक पात्र में घर के दक्षिण पश्चिम में रख दें | आपका दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (६) :- झाड़ू की दो सींको को उल्टा – सीधा रखकर नीले धागे से बांधकर घर के दक्षिण – पश्चिम में रखने से दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय(७):- पति पत्नी दोनों के भोजन से कुछ हिस्सा निकाल कर रोज चिड़ियों को देने से आपसी प्रेम बढ़ता है |
उपाय(8):- यदि पति की नशे की आदत की वजह से दाम्पत्य प्रेम में खलल हो तो घोड़े का पसीना लेकर उसपर दाम्पत्य प्रेम मधुर बनाने का मन्त्र 54 बार पढ़कर हाथों में लगाकर पति को सुंघाने से नशे की आदत छूट जाती है

Dhan Prapti Ke Upay धन प्राप्ति के उपाय

आज के युग में संसार का हर व्यक्ति चाहता है की वह आराम से रहे, उसके पास अच्छा बैंक बेलेंस हो. परन्तु इन सभी चीजों की प्राप्ति सिर्फ आपके चाहने से ही आपको प्राप्त नहीं होगी. यदि आप इन सब चीज़ो को प्राप्त करने की चाहत रखते हो, तो आपको इसके लिए कुछ सार्थक प्रयास करने चाहिए.

यदि कोई व्यक्ति मेहनत, लगन एवं ईमानदारी से कार्य करे तो वह यह सब प्राप्त कर सकता है परन्तु इसके साथ ही यदि आप कुछ अतिरिक्त प्रयास करो तो उसका भी आप को फायदा मिल सकता है. यदि आप माता लक्ष्मी की कृपा अपने ऊपर रखना चाहते है तो हम आपको लाल किताब की कुछ अचूक उपाय बताने जा रहे जिन्हे अपना कर आप शीघ्र धन की प्राप्ति कर सकते है.

* गुरुवार के दिन केले के पेड़ के सामने एक घी का दिया जलाए, धुप अगरबत्ती जलाए तथा एक लोटे में जल लेकर उसमे शक़्कर, एक चम्मच दूध तथा गुड का मिश्रण बना कर चढ़ाए.

 धन प्राप्ति के उपाय

* घर में दो केले के वृक्ष लगाकर नियमित रूप से जल में दूध, शक़्कर , गुड़ मिलाकर अर्पित करें व दोनों समय शुद्ध घी का दीपक अर्पित करने से भी माँ लक्ष्मी की कृपा बनती है.

* बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाने से भी धन का मार्ग प्रशस्त होता है.

* यदि आपकी दुकान में ग्राहक तो बहुत आते है परन्तु बिना खरीदे चले जाते है तो आप अपनी दुकान पर अभिमंत्रित धनधना यंत्र को स्थान दें. इसके प्रभाव से ग्राहक खाली नहीं जायेगा.

* शनिवार की संध्या को काले कुत्ते को सरसों का तेल चपोडकर रोटी खिलाये, लाल किताब के अनुसार यह लक्ष्मी प्राप्ति का अचूक सूत्र है.

* यदि आपका व्यापार अधिक नहीं चल रहा है तथा उसमें बाधायें बहुत आ रही है तो आप दीवाली की रात में अभिमंत्रित ” व्यापार वृद्धि यंत्र “ को पंचामृत से शुद्ध कर नागकेशर अर्पित करें व मूँगे की माला से निम्न मंत्र का जाप करें : ” ॐ श्रीं सर्वविघ्न हरस्तमे गणाधिपतये नमः “ इस उपाय से आपके व्यवसाय में जो गति आयेगी उसे आप स्वयं महसूस करेंगे.

कर्ज-मुक्ति के लिये उपाय RELIEF FORM YOUR DEBTS

कर्ज-मुक्ति के लिये उपाय ,” जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´ का पाठ करना चाहिये। यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये। यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिये और  मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।

Relief Form Your Debts

सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्ति्त के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा कर के कहें की ृमेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें। कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी। अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।

पत्नी को मायके से वापिस लाने के उपाय

पत्नी को मायके से वापिस लाने के उपाय ,” शादी के बाद दाम्पत्य जीवन में प्यार और सुख शांति बनाए रखने के लिए पति और पत्नी को मिलकर कोशिश करनी होती है। परिवार एक ऐसी गाड़ी की तरह है जिसमें पति-पत्नी के रूप में पहिए होते हैं जिसे दोनों को मिलकर खींचना होता है। इन दोनों पहियों में से अगर एक भी खराब होता है तो गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाता है।
परिवार को समृद्ध और खुशहाल बनाने के लिए पत्नियों की तरह पतियों की भी बहुत खास भूमिका होती है। अगर दोनों मिलकर कोशिश करते हैं तभी परिवार में सुख-शांति बनी रह सकती है और जहां सुख-शांति है वहीं धन और खुशहाली का निवास होता है। पति या पत्नी में से कोई भी परिवार में अपनी भूमिका से पीछे नहीं हट सकता है क्योंकि दोनों का कार्य क्षेत्र अलग-अलग है। पत्नी का क्षेत्र परिवार के अंदर आता है तो पति का परिवार के बाहर लेकिन सामूहिक रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में दिए गए सहयोग का फल मिलकर सामने आता है। पति को परिवार के अंदर भी अपनी कुछ जिम्मेदारियों को निभाना पड़ता है। इसलिए पति और पत्नी दोनों को ही मिलकर अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए काम करते रहना चाहिए।
परिवार में संतुलन-
शादी के बाद पत्नी का जो सवसे बड़ा सहारा होता है वह उसका पति ही होता है क्योंकि उसकी पत्नी बनने के बाद वह अपना सबकुछ छोड़कर उसके पास आती है। इसलिए पति की जिम्मेदारी होती है कि वह अपनी पत्नी की अच्छी तरह से देखभाल करे। अक्सर देखा जाता है कि शादी के बाद सास और बहू के छोटे-मोटे झगड़े तो होते ही रहते हैं। ऐसे में पति के रात को घर में आने पर उसकी मां झगड़े की बात को बढ़ा-चढ़ाकर बताती है और चाहे गलती खुद की ही क्यों न हो फिर भी सारा इल्जाम अपनी बहू पर लगा देती है। पति भी अपनी मां की बात सुनकर सारा गुस्सा अपनी पत्नी पर निकाल देता है और कई बार तो उसे पीटने पर भी आ जाता है। ऐसा होने पर पत्नी सिर्फ आंसू ही बहा सकती है और कुछ नहीं कर सकती।
पति को इस बात का पूरा ख्याल रखना चाहिए कि उसकी पत्नी उसकी वजह से ही इस घर में आई है। पत्नी पर अगर किसी तरह की परेशानी आती है तो वह सबसे पहले अपने पति से ही कहती है क्योंकि वह ही उसके लिए सबसे बड़ा सहारा होता है इसलिए पति का फर्ज बनता है कि पत्नी के मान-सम्मान की पूरी तरह से रक्षा करे। शादी के बाद पत्नियां पति को परमेश्वर इसीलिए कहती है क्योंकि जिस प्रकार से परमेश्वर सबकी रक्षा करता है वैसे ही पति भी परमेश्वर की तरह उसकी ऱक्षा करें। उसे हर तरह के दुख और तकलीफ से बचाकर रखें।
पत्नी का मजाक उड़ाना-
बहुत से घरों में पत्नी को अक्सर चिढ़ाया जाता है, उसके ऊपर कई तरह के कमेंटस मारे जाते हैं जिनको सुनकर पत्नी को बुरा तो बहुत लगता है लेकिन वह कुछ बोल नहीं पाती। ऐसे में वह सोचती है कि काश उसका पति इस समय उसके साथ खड़े होकर उसका मजाक उड़ाने वालों को जवाब दे। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि उसका पति भी अपने घर वालों के साथ मिलकर ही उसका मजाक उड़ाने लग जाता है। ऐसे में स्त्री के पास आंसुओं के सिवा दूसरा कोई सहारा नहीं रह जाता। बाद में इसको एक मजाक का नाम दे दिया जाता है लेकिन सोचने वाली बात यह है कि क्या ऐसा मजाक होता है जो सामने वाले को रोने पर मजबूर कर दे, उसके दिल को दुखाए। मजाक एक हद तक ही सही होता है। चलो मजाक हो भी रहा है तो उस समय पति का फर्ज तो यही बनता है कि अपनी पत्नी का साथ दे क्योंकि जब सब लोग एक साथ मिलकर उसकी पत्नी का मजाक उड़ा रहे हैं तो कोई पत्नी के साथ भी तो होना चाहिए। पत्नी को ऐसा कभी भी एहसास नहीं होना चाहिए कि वह अकेली है बल्कि उसे तो ऐसा लगना चाहिए कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि सबसे मुकाबला करने के लिए मेरा पति तो मेरे साथ खड़ा है।
दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित करना-
हमारे भारतवर्ष में आज भी दहेज नाम का सांप कुंडली मारकर बैठा है। दहेज के नाम पर आज भी कितनी स्त्रियां बलि चढ़ा दी जाती है। कई बार लड़की के मां-बाप शादी के बाद अपनी बेटी को काफी कुछ देकर विदा करते हैं और कुछ बाद में देने का वादा कर लेते हैं। बहुत से लोग जान-बूझकर अमीर घर की लड़की से शादी करते हैं। शादी करने से पहले वह कई तरह की डिमांड लड़की के घर वालों के सामने रख देते हैं। अगर लड़की के घर वाले उनकी डिमांड्स को पूरा भी कर देते हैं तो लड़के के घर वाले और भी चीज तथा पैसों की डिमांड करने लगते हैं। अगर लड़की शादी के बाद अपने घर से पैसा आदि नहीं लाती तो उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है। बहुत से पति भी दहेज के चक्कर में पत्नी के साथ बुरा बर्ताव करने लगते हैं जिसके कारण उसकी जिंदगी बहुत बदतर हो जाती है। कभी-कभी इसके परिणाम बहुत ही ज्यादा गंभीर भी निकलते हैं।
हर पति को एक बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि उनके द्वारा दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित करना बहुत बड़ा पाप होता है इसलिए पत्नी को दहेज के लिए परेशान नहीं करना चाहिए। शादी के बाद लड़की के पिता की मर्जी होती है कि वह अपनी बेटी को क्या देना चाहता है और क्या नहीं देना चाहता है। लेकिन अगर लड़के द्वारा एक भी चीज की डिमांड रखी जाती है तो उससे गिरी हुई बात कोई और नहीं हो सकती। पत्नी को कम दहेज लाने पर या बिल्कुल न लाने पर किसी प्रकार के ताने नहीं देने चाहिए और इसके साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि घर का कोई और सदस्य भी उसे किसी प्रकार से प्रताडि़त न कर पाए। ससुराल वालों को बहू को ही सबसे बड़ा दहेज मानना चाहिए क्योंकि एक मां-बाप के लिए उसकी बेटी से बढ़कर दूसरा और कोई धन नहीं होता है।
शादी के बाद लड़की का नौकरी करना-
आज के समय में बढ़ती हुई मंहगाई के कारण पति और पत्नी दोनों का ही बाहर नौकरी करना जरूरी हो गया है और गृहस्थी को चलाने के लिए भी यह जरूरी है। लेकिन बहुत से घरों में आज भी स्त्री के बाहर काम करने को गलत नजरों से देखा जाता है क्योंकि ऐसे घर के लोगों को लगता है कि अगर स्त्री घर से बाहर रहकर दूसरे पुरुषों के साथ काम करेगी तो उसके दूसरे पुरुषों के साथ संबंध बन सकते हैं। लेकिन ऐसी सोच बिल्कुल गलत है। आज भी बहुत से ऐसे परिवार हैं जहां पर पति और पत्नी दोनों ही बाहर काम करते हैं और उनके बीच में कोई समस्या भी नहीं होती है। कुछ लोग अपनी पत्नी के ऊपर अधिकार जमाने के लिए चाहते हैं कि वह घर पर ही रहे और घर और बच्चों को संभाले। सभी पतियों को चाहिए कि अपने मन से किसी भी तरह के शक आदि को निकालकर अपनी पत्नी को बाहर नौकरी करने देना चाहिए और उसके विकास में भी सहयोग देना चाहिए।
व्यक्तिगत समस्याओं का पत्नी पर गुस्सा उतारना-
आज के समय में बहुत से व्यक्ति इस समस्या से ग्रस्त हैं कि वह अपना किसी भी तरह का गुस्सा आदि अपनी पत्नी पर उतार देते हैं जिसको कि किसी भी रूप में उचित नहीं कहा जा सकता है। हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से ग्रस्त रहता है। अगर व्यक्ति आफिस आदि में काम करता है तो वहां पर बॉस की डांट खानी पड़ती है तो उसे गुस्सा आने लगता है, अगर व्यक्ति अपना काम करता है तो वहां पर फायदा या नुकसान उसके मन में आक्रोश भर देता है। यही गुस्सा जब तक बाहर नहीं निकल जाता तब तक अंदर ही अंदर सुलगता रहता है। इसको पति और पत्नी के बीच होने वाले झगड़ों की बहुत बड़ी वजह माना जाता है। पति को जब अपना गुस्सा निकालने का दूसरा कोई रास्ता दिखाई नहीं देता है तो वह इसे अपनी पत्नी पर निकाल देता है। वह पत्नी की छोटी-छोटी बातों में गलतियां निकालने लगता है और कुछ मामलों में तो बात मारपीट पर भी आ जाती है।
यहां पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि पति अपने गुस्से को निकालने का कोई दूसरा रास्ता क्यों नहीं तलाश करता। पत्नी को बार-बार डांटना, उसके कामों में गलतियां निकालना कहां तक सही है। हर व्यक्ति को इस बात की कोशिश करनी चाहिए कि समस्या चाहे आफिस की हो या व्यापार की उसे घर के भीतर नहीं ले जाना चाहिए। बाहर की किसी भी तरह की समस्या का असर पत्नी पर नहीं पड़ना चाहिए नहीं तो इससे घर की सुख और शांति में बाधा पड़ सकती है।
पत्नी से कुछ छिपाना-
बहुत सी पत्नियां अक्सर यह शिकायत करती रहती है कि पति उनसे ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे वह उनकी जिंदगी का हिस्सा ही नहीं है। कई पुरुष अपने घर के सदस्यों के प्रति कुछ ज्यादा ही लगाव रखते हैं। वह घर के किसी भी सदस्य को कुछ भी देते लेते हैं तो अपनी पत्नी को या तो बताते नहीं है या बताना जरूरी नहीं समझते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि अगर मैं अपने घर वालों को कुछ देता हूं और यह बात मेरी पत्नी को पता चल जाती है तो उसे बहुत बुरा लगेगा। लेकिन जो पति ऐसा सोचते हैं या करते है वह बहुत ही गलत करते हैं क्योंकि घर की कोई भी बात हो वह कभी न कभी पत्नी के सामने आ ही जाती है।
अगर घर में किसी सदस्य को किसी भी चीज की जरूरत होती है और पति अपने घर वालों की उस जरूरत को पूरा कर देता है तो उसे अपनी पत्नी से कुछ भी छिपाना नहीं चाहिए। अगर पति का व्यवहार अपनी पत्नी के प्रति अच्छा है तो कोई भी पत्नी अपने पति की इस बात पर एतराज नहीं करती कि उसका पति अपने परिवार के लिए कुछ क्यों कर रहा है। इसलिए पति की समझदारी इसी में है कि वह हर तरह के लेने या देने में अपनी पत्नी से कुछ न छिपाएं क्योंकि अगर वह अपनी पत्नी को सब कुछ बताकर करता है तो इससे दोनों के ही बीच में प्यार और भरोसा बढ़ता है।
पत्नी को खुश रखना-
एक गृहस्थी संभालने वाली स्त्री पूरे दिन घर के कामों में इतनी थक जाती है कि शरीर के साथ उसका मन भी थकने लगता है। ऐसे में पति की एक प्यार भरी बोली स्त्री के तन और मन की थकान को तुरंत दूर कर देती है लेकिन यह पति पर निर्भर करता है कि वह अपनी पत्नी को किस प्रकार खुश रख सकता है। बहुत से लोग सोचते हैं कि पत्नी को महंगे उपहारों आदि के द्वारा खुश किया जा सकता है लेकिन यह गलत है। पत्नी के लिए तो कई बार सिर्फ पति की एक मुस्कान ही काफी रहती है। इसके अलावा कुछ दूसरे तरीकों के द्वारा भी पत्नी को खुश किया जा सकता है-
• जिस दिन भी पत्नी के साथ संभोग क्रिया करनी हो तो उस दिन फूलों का एक गजरा (वेणी) लेकर आएं। फिर उसे रात के समय स्वयं अपनी पत्नी के बालों में लगाना चाहिए। इस तरह करने से पत्नी का मन आनंद से भर जाता है।
• महीने में या सप्ताह में 1-2 बार पत्नी को कहीं बाहर घुमाने ले जाना चाहिए या फिल्म आदि दिखाने जाना चाहिए। घूमते समय पत्नी के साथ बाहों में बाहें डालकर प्यार की बातें करनी चाहिए। रोजाना घर के कामकाज करते-करते पति के साथ बाहर घूमने से पत्नी की शारीरिक और मानसिक थकान दूर हो जाती है और मन में नए उत्साह का संचार होता है।
• घर पर पत्नी अगर खाने में कुछ नया बनाती है तो उसकी दिल खोलकर प्रशंसा करनी चाहिए। हर पत्नी चाहती है कि वह अगर अपने पति के लिए कुछ भी करती है तो पति उसकी बहुत तारीफ करें इसमें पत्नी के द्वारा बनाया गया खाना सबसे अहम होता है। बहुत से पति अपनी पत्नी के द्वारा किए गए किसी भी काम की तारीफ नहीं करते हैं जिससे पत्नी का उत्साह किसी भी काम को करने में नहीं लगता है इसलिए पत्नी की तारीफ करने में किसी तरह की कंजूसी नहीं करनी चाहिए।
• पत्नी जब भी यह शिकायत करती है कि मेरी तबीयत कुछ खराब है या कुछ अच्छा नहीं लग रहा है तो उसको घर के सारे कामों से छुट्टी दे देनी चाहिए। अगर पति और पत्नी घर में अकेले ही रहते हैं तो पति को ही घर की पूरी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए। पत्नी भी जब देखती है कि उसके पति ने पूरा घर संभाल रखा है तो वह भी बहुत खुश हो जाती है और जल्दी ही ठीक हो जाती है।
• पत्नी की अगर कोई सहेली घर पर आती है तो उसके साथ सही तरह से व्यवहार करना चाहिए। बहुत से पुरुषों की आदत होती है कि वह अपनी पत्नी की सहेलियों के संग कुछ ज्यादा ही घुलमिल जाते हैं और उनसे कुछ ज्यादा ही मजाक आदि करने लगते हैं। इससे पत्नी को अपने पति पर शक होने लगता है और उसकी नजरों में पति की इज्जत कम होने लगती है। इसलिए जब भी पत्नी की कोई सहेली आदि घर पर आए तो अच्छा है कि वह अपनी पत्नी और सहेली को अकेला छोड़ दें।
• हर पति को अपनी पत्नी के लिए त्यौहार या शादी की सालगिरह पर कोई न कोई गिफ्ट आदि देते रहने चाहिए। उपहार चाहे छोटा हो या बड़ा ये उपहार देने वाले की इच्छा पर निर्भर करता है। पत्नी भी यह नहीं देखती कि मेरे पति ने मुझे छोटा उपहार दिया है या बड़ा। पति के द्वारा मिलने वाला उपहार उसे बहुत ज्यादा खुशी देता है।
• पति को कभी भी अपनी पत्नी की सालगिरह या जन्मदिन नहीं भूलना चाहिए। बहुत से पति इन खास तारीखों को भूल जाते हैं लेकिन पत्नी कभी ऐसी तारीखों को नहीं भूलती है। इसलिए हर पति को चाहिए कि इन खास तारीखों को कभी न भूलें। पति को शादी की सालगिरह या पत्नी के जन्मदिन पर उसके लिए कोई तोहफा देना चाहिए या पहले से ही कोई उपहार लेकर रखना चाहिए और रात के 12 बजते ही पत्नी को उपहार देकर चौंका देना चाहिए।
सेक्स संबंध-
पति और पत्नी के बीच के रिश्तों को सही तरह से निभाने के लिए बाकी सब चीजों के साथ एक चीज और भी बहुत जरूरी है जिसके जरा सा भी खराब होने से पति और पत्नी के बीच बहुत बड़ी दरार पड़ सकती है। यह हैं दोनों के बीच में बनने वाले सेक्स संबंध। इन्हीं सेक्स संबंधों के कारण ही पति और पत्नी के बीच व्यक्तिगत संबंधों का निर्धारण होता है। अगर यह संबंध सही है तो सब कुछ सही चलता है लेकिन इन संबंधों में अगर स्त्री असंतुष्ट रह जाती है तो इससे उनकी बसी-बसाई गृहस्थी में उथल-पुथल हो सकता है।
बहुत से मामलों में पुरुष की सेक्स क्षमता किसी न किसी कारण से प्रभावित हो सकती है और स्तंभन शक्ति कम होने लगती है। पुरुष की इस कमजोरी का असर उसकी पत्नी पर पड़ता है। पत्नी की रोजाना की आवश्यकताओं की पूर्ति दूसरे माध्यमों से हो सकती है लेकिन सेक्स संबंधों में उसे जो संतुष्टि चाहिए वह उसे उसके पति के अलावा कहीं और से प्राप्त हो नहीं सकता।
पति के अंदर अगर शीघ्रपतन (संभोग के समय जल्दी स्खलन होना) का रोग हो तो यह उन दोनों के बीच परेशानियों को बढ़ा देता है। जब पति की इस समस्या के कारण पत्नी हर बार सेक्स संबंधों से मिलने वाले चरम सुख से वंचित रह जाती है तो पत्नी के दिल में धीरे-धीरे अपने पति के लिए विरक्ति पैदा होने लगती है और पत्नी अपनी शारीरिक संतुष्टि के लिए दूसरे पुरुष के पास जाने को मजबूर हो जाती है। यही कारण होता है गृहस्थी बिगड़ने का। पुरुषों को इस बारे में बहुत ही गंभीरता से सोचना चाहिए। अगर उसके साथ सेक्स से संबंधित कोई परेशानी हो जाती है तो उसको उपचार करवाने में देरी नहीं करनी चाहिए। अगर इस मामलें में जरा सी भी लापरवाही की जाए तो बहुत खतरनाक हो सकती है।
शारीरिक आकर्षण-
शादी के बाद अपने शारीरिक आकर्षण को बनाए रखना सिर्फ स्त्रियों के लिए ही जरूरी नहीं है बल्कि पुरुषों के लिए भी उतना ही जरूरी है। अक्सर पति शादी के बाद इस बात की जरूरत महसूस नहीं करते कि उन्हें अब अपनी पत्नी को आकर्षित करने के लिए शरीर को अच्छा बनाकर रखने की जरूरत है। बहुत से लोगों का यह भी मानना होता है कि अगर शादी के कुछ साल बाद पति अपने पहनावे को लेकर या अपने शरीर को लेकर कुछ ज्यादा ही चिंतित होने लगता है तो समझना चाहिए कि वह किसी और स्त्री के चक्कर में पड़ता जा रहा है। शादी के बाद जिस रफ्तार से स्त्रियां अपने शरीर के प्रति लापरवाह हो जाती हैं उससे ज्यादा पुरुष लापरवाह हो जाते हैं। बहुत से व्यक्ति तो पूरे-पूरे सप्ताह तक शेव करने से भी परहेज करने लगते हैं। छुट्टी वाले दिन तो पुरुष उठकर नहाने धोने में भी आलस्य करने लगता है। आस-पास अगर कहीं भी जाना पड़ता है तो जो कपड़े उसने पहने होते हैं उन्हीं में उठकर चल देता है। इससे पति के प्रति पत्नी का आकर्षण कम होने लगता है जिसका असर उनके बीच बनने वाले शारीरिक संबंधों पर भी पड़ता है। हर पति के लिए यह ध्यान देने वाली बात है कि जिस तरह से वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी हर तरह से आकर्षक लगे उसी प्रकार स्त्रियां भी चाहती है कि उनके पति भी सबसे ज्यादा आकर्षक दिखाई दें।
घर में आने वाली आर्थिक समस्या-
शादी के बाद अक्सर छोटे-मोटे इतने खर्चे हो जाते हैं कि घर में आर्थिक समस्या पैदा हो जाती है। पति की तनख्वाह में घर का खर्च नहीं चल पाता है या किसी की शादी वगैरा आ जाती है जिसके लिए धन की जरूरत होने पर किसी से पैसे उधार लेने पड़ते हैं और कुछ समय बाद उसे वापस भी दे दिया जाता है। ऐसे ही पैसों की जरूरत पड़ने पर ससुराल आदि से भी पैसा उधार ले लिया जाता है लेकिन कई लोग ससुराल का पैसा वापिस नहीं करते जोकि गलत है। अगर ससुराल से पैसे लिये जाते हैं तो उन्हें भी जल्दी वापिस कर देने चाहिए नहीं तो इससे ससुराल में नाम खराब होता है।
ससुराल के प्रति सहयोगात्मक रहना-
हर परिवार में कोई न कोई शादी-ब्याह या दूसरे कोई से फंक्शन चलते ही रहते हैं। इसी तरह से पत्नी के घर में भी कोई न कोई फंक्शन आदि होते ही रहते हैं। ऐसे में पत्नी चाहती है कि उसका पति उसके साथ रहे क्योंकि उसे पता होता है कि पति के साथ रहने पर ही उसका सम्मान बढ़ता है। ऐसे में अगर उसका पति उसे पूरी तरह से सहयोग देता है तो उसके आनंद की कोई सीमा नहीं रहती। लेकिन बहुत से पति ऐसे होते हैं जो अपने ससुराल में किसी तरह का सहयोग नहीं करते हैं। ऐसे पति अक्सर पत्नी के मायके में होने वाले कार्यों में कोई न कोई विवाद पैदा कर देते हैं और ऐसे किसी कार्यक्रम में शामिल होने से मना कर देते हैं। ससुराल वाले ऐसे दामादों को मनाते-मनाते थक जाते है लेकिन वह किसी की बात सुनते ही नहीं हैं।
पति के इस तरह के व्यवहार से पत्नी का काफी दिल दुखता है। मायके में भी उसे तरह-तरह की बातें सुननी पड़ती हैं कि तेरा पति कैसा है किसी की बात नहीं सुनता है। इसलिए हर पति का यह कर्त्तव्य होता है कि वह अपनी पत्नी के किसी भी हाल में अपमान न होने दें। ससुराल में पड़ने वाले हर काम में बढ़-चढकर हिस्सा लेना चाहिए। इससे ससुराल में पति का मान-सम्मान बढ़ने से पत्नी को भी बहुत खुशी मिलती है।
पतियों के लिए कुछ और जरूरी बातें-
• बहुत से पतियों की आदत होती है कि वह सोचते हैं कि हमारी शादी हो चुकी है तो मुझे अपनी पत्नी को अपने प्रेम का इजहार करने की कोई जरूरत ही नहीं है लेकिन यह बात गलत है। हर पति को चाहिए कि समय-समय पर अपनी पत्नी से किसी न किसी रूप में अपने प्रेम का इजहार करते रहना चाहिए क्योंकि पति चाहे अपनी पत्नी से कितना भी प्रेम करे लेकिन फिर भी उसे एक आस रहती है कि मेरा पति मुझे रोजाना कहे कि मै तुमसे बहुत प्यार करता हूं। अगर कोई पति अपनी पत्नी से सुबह काम पर जाते समय या शाम को आने के बाद प्यार के दो शब्द बोलता है तो पत्नी के लिए वह दो शब्द सबसे अनमोल होते हैं।
• पति को कभी-कभी अपनी पत्नी के किसी न किसी गुण की प्रशंसा करते रहना चाहिए जिसमें सबसे ऊपर पत्नी की खूबसूरती आती है। अगर पति बहुत ही रोमांटिक मूड में अपनी पत्नी के रूप-रंग की तारीफ करता है तो इससे पत्नी की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है।
• अक्सर स्त्रियों में प्यार या काम उत्तेजना की लहर उठने पर वह मुंह से कुछ नहीं कहती लेकिन अपने हाव-भाव से अपने अंदर उठने वाली तरंगों का प्रदर्शन करती है। इसलिए हर पति को चाहिए कि पत्नी के इन हाव-भाव के जरिए उसके दिल की बात जानने की कोशिश करें।
• अपने बच्चों के सामने अपनी पत्नी की कोई बुराई नहीं करनी चाहिए या उसके बारे में कोई ऐसी बात नहीं करनी चाहिए जिससे कि बच्चों की नजर में अपनी मां की छवि खराब हो।
• घर के किसी भी छोटे-बड़े फैसलों में एक बार अपनी पत्नी की राय जरूर लेनी चाहिए। कभी-कभी पत्नी की एक छोटी सी राय भी पति की बड़ी से बड़ी परेशानी को पल भर में दूर कर देती है।
• अगर पत्नी किसी बात पर गुस्से में हो तो उसे तुरंत ही अपने सीने से लगा लेना चाहिए। पति की यह छोटी सी हरकत पत्नी का गुस्सा पलभर में ही गायब कर देती है।
• बहुत सी स्त्रियां होती हैं जोकि अपने पति को तो अच्छे से अच्छा भोजन कराती हैं लेकिन खुद कुछ भी खाने में ही अपना कर्त्तव्य समझती है। पति भी सोचता है कि पत्नी जो खा रही है चलो सही है। लेकिन पति को इस बात का ख्याल रखना चाहिए और उसे अच्छे से अच्छा खाना खिलाना चाहिए क्योंकि स्त्री के भोजन पर ही उसके होने वाले बच्चे का स्वास्थ्य निर्भर करता है।
• अगर आपकी पत्नी ज्यादा खूबसूरत नहीं है तो इसमें उसे दोष देने की या बात-बात में उसे ताने मारने की कोई जरूरत नहीं है। पत्नी की सुंदरता उसके रूप-रंग को न देखकर उसके गुणों और समझदारी पर निर्भर करती है। अगर आपकी पत्नी में सबका दिल जीतने की कला है तो वह दुनिया की सबसे खूबसूरत स्त्री है।
• अगर पति-पत्नी के बीच किसी भी तरह की अनबन होती है तो उसके बारे में किसी बाहर के व्यक्ति को पता नहीं चलना चाहिए। यहां तक कि पत्नी के घर वालों को भी इस बारे में पता नहीं चलना चाहिए क्योंकि बहुत से मामलों बात सुलझने की बजाय और बिगड़ जाती है। पति-पत्नी के बीच की किसी भी तरह की समस्या को वह दोनों आपस में ही मिलकर आसानी से सुलझा सकते हैं।
चार बातों पर सदा अमल करने से पति और पत्नी के बीच किसी भी तरह की समस्या होने की आशंका नहीं रहती है-
• दोनों के बीच में सच्चा प्यार होना चाहिए।
• दोनों को एक-दूसरे पर पूरा भरोसा रखना चाहिए।
• पति-पत्नी को एक-दूसरे के स्वभाव का अच्छी तरह से पता होना चाहिए कि उन्हें क्या पसंद है और क्या पसंद नहीं है।
• दोनों को एक-दूसरे की छोटी-मोटी गलतियों को नजरअंदाज करते रहना चाहिए और अगर गलती हो भी जाए तो उसे क्षमा कर देना चाहिए।

पत्नी को मायके से वापिस लाने के उपाय

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